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About
मैं तो एक हवा के जोखे से ज्यादा कुछ भी नहीं | एक ही खूबी है की कोई खूबी ही नहीं कोई ढूढ़े भी तो किस तरह, मैं कही ठहरता ही नहीं | आज आप के पास से गुज़ारा हु तो कल किसी और के पहलू में पल गुजारुगा | मुझे कुछ यु ही गढ़ा गया है की कोई आकार नहीं है , कुछ ऐसी हकीकत है की साकार नहीं है | गर तुम्हारे फुर्सत की पलो में मैं तुम्हारे करीब से गुजरा हु तो मुझे इतना यकींन है की जब कभी फुर्सत के लम्हों में किसी हवा के जोखे को पास से गुजरा पाओगे मुझे याद जरूर करोगे ...

It is all about you , your pain and not me because I was not there ever....................................................

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