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जब तलक चर्चा खु का था, रहा वो हर दिल अज़ीज |
अब जिक्र नियत का है, सुनो धड़कने क्या कहती है ||
मेरी वफाओ पे कब इल्जाम लगाया जुबा ने उनकी ,
अब देखे मेरे इज़हार पे उन की निगाहे क्या कहती है ||
ये मसला... साल दो साल में नहीं सुलझने वाला ,
फ़िक्र है ये भी .... आने वाली नस्ले क्या कहती है ||

© 2016b by me and me

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